तारीख: 3 अगस्त 2025
भारत में मानसून की वर्षा की कमी, जो जुलाई में 11% तक पहुँच गई थी, अगस्त के पहले सप्ताह में घटकर 6% रह गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह सुधार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड जैसे राज्यों में व्यापक बारिश के कारण हुआ। हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों, विशेषकर राजस्थान और पंजाब में, अब भी बारिश कमजोर है, जिससे धान और कपास की फसल को लेकर चिंता बनी हुई है। मौसम विभाग ने अगस्त के बाकी दिनों में सामान्य बारिश की संभावना जताई है, जिससे जलाशयों पर दबाव कम होगा और खरीफ की बुवाई में मदद मिलेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि खाद्य अनाज, विशेषकर दालों और तिलहनों में आपूर्ति संकट से बचने के लिए लगातार बारिश जरूरी है।
भारत में मानसून की वर्षा की कमी, जो जुलाई में 11% तक पहुँच गई थी, अगस्त के पहले सप्ताह में घटकर 6% रह गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह सुधार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखंड जैसे राज्यों में व्यापक बारिश के कारण हुआ। हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों, विशेषकर राजस्थान और पंजाब में, अब भी बारिश कमजोर है, जिससे धान और कपास की फसल को लेकर चिंता बनी हुई है। मौसम विभाग ने अगस्त के बाकी दिनों में सामान्य बारिश की संभावना जताई है, जिससे जलाशयों पर दबाव कम होगा और खरीफ की बुवाई में मदद मिलेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि खाद्य अनाज, विशेषकर दालों और तिलहनों में आपूर्ति संकट से बचने के लिए लगातार बारिश जरूरी है।